इस साधना का कोई विधान नहीं है बल्कि इसे पूजा पाठ में शामिल किया जाता है. शेरों का एक समूह देवी कामाख्या की पूजा कर रहा है। ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमुक ग्राह्यार्थे सर्व जगत् हितकारिणी सर्वदुःख निवारिणी सर्व व्याधि नाशिनी नमो नमः स्वाहा॥ कहने का तात्पर्य यह है कि https://daltonboxji.wizzardsblog.com/35650948/वश-करण-म-त-र-क-स-च-ह-ए-for-dummies